*श्री कृष्ण जन्मोत्सव (जन्माष्टमी) 11/12 अगस्त 2020*
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हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि का प्रारंभ 11 अगस्त को सुबह 09 बजकर 06 मिनट से हो रहा है, जो 12 अगस्त को दिन में 11 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। वहीं रोहिणी नक्षत्र का प्रारंभ 13 अगस्त को तड़के 03 बजकर 27 मिनट से हो रहा है और समापन सुबह 05 बजकर 22 मिनट पर होगा।
*ऐसे में 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना सही रहेगा।*
जन्माष्टमी पूजा का समय
जन्माष्टमी की पूजा के लिए आपको 43 मिनट का समय मिलेगी।
आप 12 अगस्त की रात 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक श्रीकृष्ण जन्म की पूजा कर सकते हैं।
ज्योतिषियों के मुताबिक इस साल जन्माष्टमी के दिन कृतिका नक्षत्र लगा रहेगा। साथ ही चंद्रमा मेष राशि मे और सूर्य कर्क राशि में रहेगा। कृतिका नक्षत्र में राशियों की इस ग्रह दशा के कारण वृद्धि योग भी बन रहा है। आचार्यों ने 12 अगस्त यानी वैष्णव जन्माष्टमी के दिन का शुभ समय बताया है। उनके अनुसार बुधवार की रात 12 बजकर 5 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक पूजा का शुभ समय है। मान्यताओं के अनुसार 43 मिनट के इस समय में पूजन करने से पूजा का फल दोगुना मिलता है।
*कुछ ज्योतिष विद्वानो का मत है कि ग्रहस्थी भक्तों को उस दिन व्रत रखना व जन्माष्टमी मनानी चाहिये जिस रात को अष्टमी (11अगस्त ) हो बाकी जो लोग वैष्णव व साधु संत समाज से हैं उन्हें 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनानी चाहिये, इसलिए ज्यादा तर मंदिरों में 12 अगस्त को जन्माष्टमी होगीं। स्वविवेक निर्णय ले।*
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