राहू + शनि की युति-(प्रेतबाधा योग)
कुंडली में राहू व शनि ग्रह साथ (युति) हो या सांतवी द्ष्टी से युति बनती हो तो प्रेत बाधा योग बनाता है ज्यादातर इसका दुष्परिणाम देखना पडता हैं।
इस योग की वजह से व्यक्ति दिलेर,जिद्दी चिडचिडा,गुस्सैल व मन की करने वाला बन जाता है।
ये इंसान को व्यसनी भी बना देता हैं अगर लग्नेश कमजोर हो।अगर इंसान चरित्रवान व सच्चाई पर चलने वाला हो तो ये योग असम्भव सा दिखने वाला कार्य करने की ताकत देता हैं।
जिस इंसान की कुंडली मे ये योग हो तो उस पर तंत्रमंत्र प्रयोग(नेगेटीव एनर्जी) जल्दी प्रभावी होता हैं।
उस इंसान रक्त से सम्बधित बिमारी,हड्डीयो के रोग,आपघात हो सकता हैं।
उपाय-*महामृत्युजंय यंत्र बनवाकर उसकी पूजा करे।
*राहू की शांति करवाये।
*मजदूर लोग की सेवा करे।