ज्योतिष टिप्स २

साढे साती का नाम सुनकर ही लोग घबरा जाते हैं, लेकिन शनिदेव फायदा भी करते हैं, आपको आज शनि की साढ़ेसाती की पूरी जानकारी देते है ,जिससे आप भ्रमित ना हो ! जब शनिदेव आपकी राशी से बारहवें भाव में आ जाय तब समझ जाय आपको साढे साती शुरू हो गयी हैं |
जिस राशि में शनिदेव गोचर(वर्तमान समय)  में होते  है,उस राशि पर व उसके आगे वाली राशि व पीछे वाली राशि पर शनि की साढ़ेसाती रहती है और शनि की राशि से आगे छठी राशि व पीछे की चौथी राशि पर शनि की ढैय्या होती है |
३ नवम्बर २०१४ को शनि वृच्छिक राशि में आये हैं इस हिसाब से तुला,वृच्छिक व धनु राशि पर साढे साती एंव मेष व सिंह पर शनि की ढैय्या है |
३.११.१४ से तुला राशि पर ढाई साल व वृच्छिक राशि पर पाच साल व धनु राशि पर साढे सात साल शनि की साढ़ेसाती चलेगी एँव मेष व सिंह राशि पर ढाई साल (छोटी साढे साती) ढैय्या चलेगी |
अब आप खुद ही जान सकते हैं कि आपको शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या है या नहीं और किसी के द्वारा भ्रमित होने से बच सकते हैं |शनि की साढ़ेसाती आपको कब नुकसान देगी और कब फायदा करेगी, ये प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली देखकर जाना जा सकता है |
" शनिदेव की पूजा-हवन  व उपाय कर व रत्न पहनकर  हम साढे साती के नुकसान से बचकर, फायदा भी उठा सकते हैं |"