मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025

 इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:25 बजे से शुरू होकर 6:19 बजे तक रहेगा। इस दौरान स्नान और दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। अगर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान या दान संभव न हो, तो सूर्योदय से सूर्यास्त तक भी यह किया जा सकता है।मौनी अमावस्या के दिन अगर आप कुंभ मेले में अमृत स्नान के लिए जा रहे हैं तो आपको स्नान के साथ साथ सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ साथ पितरों को भी जल अर्पित करना चाहिए. स्नान के दौरान पितरों को नमस्कार करते हुए सूर्यदेव को जल का अर्घ्य दें. इसके बाद हाथ जोड़कर "ॐ पितृ देवतायै नमः" का जप करते हुए पितरों के मोक्ष के लिए प्रार्थना करें. इस मंत्र का जाप कम से कम 11 बार जरूर करें. इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और घर परिवार को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.मौनी अमावस्या पर स्नान के बाद दान का बहुत महत्व है. कहा जाता है कि इस दिन जरूरतमंदों को किया गया दान सौ यज्ञों के बराबर पुण्य फल देता है. इस दिन अन्न और वस्त्र के साथ साथ जरूरत की चीजों का भी दान करना चाहिए. इसके अलावा पशु पक्षियों को भी चारा और दाना डालना चाहिए. इससे पितरों की आत्मा तृप्त होती है और पितृदोष से मुक्ति मिलती है.