पंचांग के अनुसारमकर संक्रान्ति का पर्व मंगलवार, 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
सूर्यदेव 14 जनवरी को प्रातः काल 9 बजकर 3 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
मकर संक्रान्ति पर पुण्य काल सुबह 09:03 बजे से शाम 05:46 बजे तक रहेगा, जिसकी अवधि 8 घण्टे 42 मिनट्स रहने वाली है। मकर संक्रान्ति पर महा पुण्य काल सुबह 09:03 बजे से 10:48 बजे तक रहेगा, जिसकी अवधि 1 घण्टा 45 मिनट्स रहेगी। इस अवधि में स्नान, दान और धार्मिक कार्यों का विशेष महत्व है। ऐसा करने से सूर्य और शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जीवन के कष्ट और परेशानियां दूर हो जाती हैं।
मान्यता है कि मकर संक्रांति पर किया गया दान आपको फल के रूप में सौ गुना वापस होकर प्राप्त होता है। इसलिए दान-पुण्य के इस शुभ अवसर को गंवाए बिना अपनी क्षमता के अनुरूप हम सभी को कुछ न कुछ दान जरूर करना चाहिए।
मकर संक्रांति पर काले तिल का दान करना भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि तिल का दान करने से सूर्य देव और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति पर गर्म वस्त्रों व कंबल का दान अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन गरीब या जरूरतमंद को वस्त्र दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
मकर संक्रांति पर सूर्य देव को जल चढ़ाते समय इन मंत्रों के साथ पूजा करें:
ॐ ह्रीं सूर्याय नमः, ॐ घृणिः सूर्याय नमः, और ॐ आदित्याय नमः।
ये मंत्र बाधाओं को दूर करने और धन और सफलता प्राप्त करने में मदद करते हैं।