दीपावली 31 -अक्टूबर 2024

 दिवाली की तारीख और लक्ष्मी पूजा  का  समय क्या हैं ?
अमावस्या + प्रदोष काल का समय लक्ष्मी पूजन के लिये श्रेष्ठ माना गया हैं। 
अमावस्या आरंभ- 15.53 (31 अक्टूबर ) से 
अमावस्या समाप्त-18.18 तक ( 1 नवंबर)
31 अक्टूबर  प्रदोष काल 18.04 से  20.36  तक ( अमावस्या + प्रदोष काल - 2 घंटे  32 मिनट )
1 नवंबर  प्रदोष काल 18.04 से 20.36 तक  (अमावस्या + प्रदोष काल 18.04 से 18.18 तक यानी 14 मिनट तक )
धर्म सिंधु  ग्रंथानुसार सुर्यास्त के 1 घटी (24 मिनट) बाद  तक अगर अमावस्या रहती हैं तो उस दिन भी अमावस्या मान्य हैं इसलिए जहाँ सूर्यास्त जल्दी हो रहा हैं वहां कुछ जगह 1 नवंबर को दिवाली मना रहे हैं।
 -31 अक्टूबर  दिपावली मुहुर्त-
1.प्रदोष काल मुहुर्त- 18.18 से 20.35 तक 
2.वृष लग्न मुहुर्त- 19.03 से 21.01 तक 
3.सिंह  लग्न मुहुर्त- 01.35 से 03.46 तक (1 नवंबर - प्रातः)