दिवाली की तारीख और लक्ष्मी पूजा का समय क्या हैं ?
अमावस्या + प्रदोष काल का समय लक्ष्मी पूजन के लिये श्रेष्ठ माना गया हैं।
अमावस्या आरंभ- 15.53 (31 अक्टूबर ) से
अमावस्या समाप्त-18.18 तक ( 1 नवंबर)
31 अक्टूबर प्रदोष काल 18.04 से 20.36 तक ( अमावस्या + प्रदोष काल - 2 घंटे 32 मिनट )
1 नवंबर प्रदोष काल 18.04 से 20.36 तक (अमावस्या + प्रदोष काल 18.04 से 18.18 तक यानी 14 मिनट तक )
धर्म सिंधु ग्रंथानुसार सुर्यास्त के 1 घटी (24 मिनट) बाद तक अगर अमावस्या रहती हैं तो उस दिन भी अमावस्या मान्य हैं इसलिए जहाँ सूर्यास्त जल्दी हो रहा हैं वहां कुछ जगह 1 नवंबर को दिवाली मना रहे हैं।
-31 अक्टूबर दिपावली मुहुर्त-
1.प्रदोष काल मुहुर्त- 18.18 से 20.35 तक
2.वृष लग्न मुहुर्त- 19.03 से 21.01 तक
3.सिंह लग्न मुहुर्त- 01.35 से 03.46 तक (1 नवंबर - प्रातः)