शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 20 अगस्त को रात 00: 23 मिनट पर पंचमी तिथि लगेगी। 21 तारीख को रात में 2: 01 मिनट पर यह तिथि समाप्त हो जाएगी।नागपंचमी के दिन व्रत रखें। व्रत रखने से व्यक्ति को कालसर्प दोष का प्रभाव कम होता है।
इस दिन नाग देवताओं की पूजा के बाद नागपंचमी के मंत्रों का जाप करें।
कुंडली में राहु और केतु की दशा चल रही है उन्हें भी नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। इस उपाय से राहु केतु दोष कम होता हैं।
इस दिन शिवलिंग पर पीतल के लोटे से ही जल चढ़ाएं।
मंत्र-
ॐ भुजंगेशाय विद्महे, सर्पराजाय धीमहि, तन्नो नाग: प्रचोदयात्।। - नाग पंचमी भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें और फिर 11 हजार बार इस मंत्र का जाप इससे कालसर्प दोष कम होता है.