देव उठनी ग्यारस 14 नवंबर

 एकादशी तिथि 14 नवंबर 2021 को सुबह 05 बजकर 48 मिनट से प्रारंभ होगी और 15 नवंबर 2021 को सुबह 06 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. अगर इस दिन कोई पूजा पाठ ना करके केवल “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः “मंत्र का जाप करते हैं तो भी लाभ मिलता है। इन 5 चीजों को नहीं खाना चाहिए 1. देवउठनी एकादशी के दिन चावल नहीं खाने चाहिए. मान्यता है कि चावल को हविष्य अन्न कहा जाता है. ये देवताओं का भोजन माना गया है. ऐसे में इस दिन चावल खाने से व्यक्ति के सारे पुण्य नष्ट हो जाते हैं. 2. एकादशी तिथि पर जौ, मसूर की दाल, बैंगन और सेमफली को खाना भी वर्जित माना जाता है. साथ ही भोजन में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. 3. एकादशी के दिन भगवान नारायण को पान अर्पित किया जाता है, ऐसे में व्यक्ति को पान नहीं खाना चाहिए. 4. इस दिन मांस, मदिरा और अन्य तीखी व मसालेदार चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए. पूरी तरह सात्विक भोजन करना चाहिए. 5. देवउठनी एकादशी के दिन किसी दूसरे के घर का भोजन नहीं करना चाहिए. यहां त​क कि दूसरे के घर का पानी भी नहीं पीना चाहिए.